ओवैसी ने बहरीन में पाकिस्तान के खोली पोल, किया पर्दाफाश
तीसरा पक्ष ब्यूरो :रविवार 25 मई को ,एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने बहरीन में एक अहम मीटिंग में भारत के आतंकवाद के खिलाफ सख्त रवैये को सामने रखा और पाकिस्तान को आड़े हाथों लेते हुये.उन्होंने साफ कहा कि पाकिस्तान “पीड़ित” नहीं, बल्कि “हमलावर” है.
ओवैसी उन सात भारतीय संसदीय प्रतिनिधिमंडलों में शामिल हैं, जो आतंकवाद के खिलाफ भारत का पक्ष दुनिया के सामने रखने के लिए विदेशी दौरे कर रहे हैं.उन्होंने पाकिस्तान के दोहरे चरित्र को बेनकाब करते हुए कहा कि इस्लामाबाद हमेशा से सीमापार आतंकवाद को बढ़ावा देता आया है, न कि उसका शिकार रहा है.
आतंकी कनेक्शन का भंडाफोड़ किया :ओवैसी

ओवैसी ने बहरीन में साफ-साफ कहा, “पाकिस्तान पीड़ित नहीं, बल्कि हमलावर है. इस मीटिंग में हमने भारत का पक्ष मजबूती से रखा. हमने बताया कि सालों से पाकिस्तान की शह पर और ट्रेनिंग लेकर आतंकी भारत में हमले कर रहे हैं, जिनमें कई लोगों की जान गई है.हमने सारे आंकड़े उनके सामने रखा.चाहे मुंबई ब्लास्ट हो, ट्रेन बम धमाके हों, जम्मू-कश्मीर विधानसभा के बाहर सुसाइड अटैक हो, पुलवामा हो, या पठानकोट हमला हो.
ये भी पढ़ें:- ट्रम्प के फैसले से हारवर्ड में भारतीय और अंतरराष्ट्रीय छात्रों में बेचैनी
ये भी पढ़ें:-चीन, पाकिस्तान और तालिबान की दोस्ती: भारत के लिए उभरती चुनौतियाँ
ये भी पढ़ें:-ट्रम्प का अनोखा स्वागत: अबू धाबी में अल-अय्याला नृत्य
पूरे दक्षिण एशिया के लिए खतरा है:ओवैसी
बहरीन के अधिकारियों से मिलने के बाद ओवैसी ने साफ कहा कि ऐसी आतंकी हरकतों से भारत को अस्थिर करने की कोशिश न सिर्फ हमारे देश के लिए, बल्कि पूरे दक्षिण एशिया के लिए खतरा है. उन्होंने कहा, हमने बहरीन सरकार को बताया कि भारत को अस्थिर करने की कोशिशें गलत हैं. यह न दक्षिण एशिया के लिए ठीक है, न ही पूरे क्षेत्र के लिए. उन्होंने यह भी कहा कि भारत के अलग-अलग हिस्सों से आए लोग बहरीन में रहते हैं और सभी इस बात पर सहमत हैं कि भारतीयों ने यहां बहुत बड़ा योगदान दिया है. हमने भी अपना पक्ष मजबूती से रखा है.
पाकिस्तान कि आतंकवाद को बढ़ावा देने वाली हरकतों को बेनकाब करने और ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत को एक जिम्मेदार, शांति चाहने वाला लोकतंत्र दिखाने के लिए सात भारतीय प्रतिनिधिमंडल, जिनमें अलग-अलग पार्टियों के नेता शामिल हैं, बड़े देशों का दौरा कर रहे हैं. यह सब एक सोची-समझी कूटनीतिक रणनीति का हिस्सा है.
ओवैसी उस प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा हैं, जिसकी अगुवाई बीजेपी सांसद बैजयंत जय पांडा कर रहे हैं. इस दल में बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे, फंगनन कोन्याक, रेखा शर्मा, सतनाम सिंह संधू, जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम गुलाम नबी आजाद और पूर्व भारतीय डिप्लोमैट हर्ष श्रृंगला भी शामिल हैं.

I am a blogger and social media influencer. I am engaging to write unbiased real content across topics like politics, technology, and culture. My main motto is to provide thought-provoking news, current affairs, science, technology, and political events from around the world.