पटना में हत्या के खिलाफ जनता का जबरदस्त प्रतिवाद

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Ajit Kumar

बिहार
पटना में मोहसिन आलम हत्या के खिलाफ जनता का जोरदार विरोध, सरकार और प्रशासन पर दबाव

मो. मोहसिन आलम हत्याकांड पर सियासी भूकंप

तीसरा पक्ष ब्यूरो पटना: जहानाबाद के काको के लोकप्रिय सब्जी विक्रेता मो. मोहसिन आलम की निर्मम हत्या ने बिहार की राजनीति और समाज को हिला कर रख दिया है. हत्या के पीछे भाजपा समर्थित रंगदार विक्की पटेल का नाम सामने आने के बाद पटना में भारी आक्रोश फैला. इस हत्याकांड के खिलाफ पटना महानगर फुटपाथ दुकानदार संघ ने स्टेशन गोलंबर पर एक विशाल प्रतिवाद सभा आयोजित किया, जिसमें सैकड़ों लोग शामिल हुए और न्याय की मांग की.

प्रतिवाद सभा में नेताओं ने जताया गहरा आक्रोश

प्रतिवाद सभा में महासंघ गोपगुट के नेता कॉमरेड रामबली सिंह, फुटपाथ दुकानदार संघ के शाहजादे आलम, और भाकपा-माले विधायक दल के नेता कॉमरेड महबूब आलम ने जनता को संबोधित किया.
कॉमरेड रामबली सिंह ने कहा कि, मोहसिन आलम की हत्या केवल एक व्यक्तिगत हत्या नहीं है, बल्कि समाज में भय और अराजकता फैलाने का प्रयास है.ऐसे रंगदारों को कानूनी रूप से कड़ी सजा मिलनी चाहिए.
साथ ही उन्होंने राज्य सरकार को आगाह किया कि अपराधियों के राजनीतिक संरक्षण को किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.

दुकानदारों और आम जनता की सुरक्षा पर सवाल

फुटपाथ दुकानदार संघ के शाहजादे आलम ने सभा में कहा कि आम दुकानदार लगातार अपराधियों और रंगदारों के शिकार हो रहे हैं.उन्होंने सरकार से सवाल किया, “क्या आम नागरिक और छोटे व्यवसायी अब सुरक्षित नहीं रहेंगे?
उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि यदि न्याय नहीं मिला, तो समाज में विध्वंस और असुरक्षा का माहौल बढ़ेगा.

राजनीतिक संरक्षण और अपराध की कहानी

भाकपा-माले के नेता कॉमरेड महबूब आलम ने इस हत्या को सिर्फ व्यक्तिगत दुश्मनी नहीं बताया.उन्होंने कहा कि, यह हत्या राजनीतिक संरक्षण के तहत की गई है.दोषियों को सार्वजनिक रूप से सजा दिलाना राज्य सरकार की जिम्मेदारी है.
महबूब आलम ने यह भी कहा कि यह घटना बिहार में कानून और व्यवस्था पर सवाल खड़ा करती है और प्रशासन को तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए.

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न्याय की आवाज दबाने की कोशिशों का खंडन

सभा का संचालन भाकपा-माले के पटना महानगर सचिव कॉमरेड जितेन्द्र कुमार ने किया.उन्होंने कहा कि, हमारा उद्देश्य केवल विरोध करना नहीं है, बल्कि समाज में यह संदेश देना है कि किसी भी कीमत पर न्याय की आवाज दबाई नहीं जा सकती.
उन्होंने उपस्थित जनता को आश्वस्त किया कि कानून और न्याय की रक्षा के लिए जनता की आवाज़ हमेशा निर्णायक होगी.

पटना का संदेश: अपराध और राजनीतिक संरक्षण के खिलाफ जनता कभी शांत नहीं रहेगी

प्रतिवाद सभा में शामिल जनता ने हाथों में बैनर और पोस्टर लेकर न्याय की मांग की. नेताओं ने जोर देकर कहा कि मो. मोहसिन आलम की हत्या केवल जहानाबाद तक सीमित नहीं है.यह पूरे बिहार में आम नागरिकों की सुरक्षा पर सवाल खड़ा करती है.
सभा में यह स्पष्ट संदेश गया कि अपराधियों और उनके संरक्षणकर्ताओं के खिलाफ आवाज उठाना हर नागरिक का कर्तव्य है.पटना महानगर फुटपाथ दुकानदार संघ और भाकपा-माले के नेताओं द्वारा आयोजित यह सभा न्याय की आवाज़ को एक संगठित और प्रभावशाली रूप में प्रस्तुत करने में सफल रही.

निष्कर्ष

मो. मोहसिन आलम हत्याकांड ने पटना में कानून और व्यवस्था पर सियासी भूकंप मचा दिया है. जनता ने यह संदेश दे दिया है कि अपराध और राजनीतिक संरक्षण के खिलाफ उनका संघर्ष लगातार जारी रहेगा. इस प्रतिवाद सभा ने सरकार और प्रशासन के सामने स्पष्ट चेतावनी रखी है कि बिहार की जनता अब अपने न्याय और सुरक्षा के लिए चुप नहीं रहेगी.

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