प्रियंका भारती का मोदी सरकार पर धमाकेदार हमला
तीसरा पक्ष ब्यूरो नई दिल्ली,9 अगस्त:सोशल मीडिया पर एक बार फिर सियासी बयानबाज़ी सुर्खियों में है.पत्रकार और सामाजिक टिप्पणीकार प्रियंका भारती ने अपने X (पूर्व ट्विटर) हैंडल @priyanka2bharti से एक तीखा बयान जारी किया है. जिसमें उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारतीय जनता पार्टी (BJP) पर बिहार की उपेक्षा का आरोप लगाया है.
एक लाइव डिबेट के दौरान एंकर द्वारा सवाल पूछे जाने पर प्रियंका भारती ने कहा कि,
“सबको पता है, दो गुजराती के इशारे पर बिहार के लोगों का वोट काटा जा रहा है.मोदी जब बिहार आएंगे तो बिहारी पूछेगा — आपको अगर सिर्फ गुजरात प्यारा है तो यहां क्यों आते हैं?
प्रियंका ने प्रधानमंत्री मोदी के एक पुराने बयान पर भी तंज कसते हुए कहा कि,
ये बोलकर मोदी नहीं बच पाएंगे कि मेरी नसों में बिहारी सत्तू दौड़ रहा है.
हालांकि इस बयान पर अब तक भाजपा की ओर से कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आया है. लेकिन राजनीतिक गलियारों में इसे एक बड़ा हमला माना जा रहा है. बिहार की राजनीति में जातीय समीकरणों और क्षेत्रीय अस्मिता का मुद्दा पहले से ही संवेदनशील रहा है. और इस तरह की टिप्पणी से सियासी पारा और चढ़ने की संभावना है,तो आइये आगे जानते है बिस्तार से और एक एक परत इसको खोलते… .
बिहार का आत्मसम्मान दांव पर — क्या हम सिर्फ वोट हैं?
प्रियंका भारती ने प्रधानमंत्री से पूछा सीधा सवाल — अगर गुजरात ही प्यारा है तो बिहार क्यों आते हैं?
प्रियंका भारती का बयान सिर्फ एक राजनीतिक टिप्पणी नहीं है. बल्कि बिहार के आत्मसम्मान की लड़ाई का बिगुल है.उन्होंने एक टीवी डिबेट के दौरान तीखे शब्दों में कहा कि — अगर सिर्फ गुजरात प्यारा है तो बिहार क्यों आते हैं? बिहारी अब खामोश नहीं बैठेगा! उनका यह बयान सीधे-सीधे प्रधानमंत्री मोदी के बिहार दौरों पर सवाल उठाता है.
दो गुजराती, एक देश, और वोटों की तिजोरी!
दो गुजराती नेताओं के इशारे पर बिहार के लोगों के वोट काटे जा रहे हैं — भारती का दावा
प्रियंका भारती का इशारा साफ तौर पर नरेंद्र मोदी और अमित शाह की ओर था. उन्होंने यह भी कहा कि बिहार जैसे राज्य को सिर्फ एक ‘वोट बैंक’ की तरह देखा जा रहा है.जहां जनता की भावनाएं नहीं.सिर्फ आंकड़े गिने जाते हैं.क्या वाकई देश के सबसे बड़े लोकतंत्र में क्षेत्रीय अस्मिता को यूं दबाया जा सकता है?
नसों में बिहारी सत्तू नहीं, सत्ता का नशा दौड़ रहा है!
प्रियंका ने PM मोदी के पुराने बयान को पलटते हुए कहा कि — अब बिहारी इस जुमलेबाज़ी से बहकने वाला नहीं है.
जब प्रधानमंत्री ने कहा था कि — मेरी नसों में बिहारी सत्तू दौड़ रहा है, तब यह लाइन वायरल हुई था.लेकिन अब प्रियंका भारती ने उसी लाइन को घुमाकर हमला बोला है कि — अब बिहार को सत्तू नहीं, सत्ता का नशा दौड़ाने वाले नेता नहीं चाहिये — यह बयान न सिर्फ तीखा है. बल्कि यह बताता है कि जनता अब पुराने जुमलों से थक चुका है.
यह भी पढ़े :रक्षा बंधन पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का पर्यावरण प्रेम
यह भी पढ़े :पंजाब में एंटी-ड्रोन गन से होगी सरहद पर हाई-टेक पहरेदारी
बिहार पूछेगा अब हिसाब — विकास कहां है?
क्या बिहार को सिर्फ भाषणों से बहलाया गया? जमीनी हकीकत पर क्यों चुप है सरकार?
विस्तार:प्रियंका का कहना है कि बिहार को हर बार चुनाव से पहले गले लगाया जाता है.और फिर पांच साल तक भुला दिया जाता है. ना तो यहां की बेरोजगारी घटी, ना शिक्षा व्यवस्था सुधरी, और ना ही पलायन रुका है. सवाल यह है कि — 2025 में क्या फिर से वही सपने दिखाए जाएंगे?
अब बिहार सिर्फ खामोश नहीं रहेगा — नई क्रांति की शुरुआत?
सोशल मीडिया पर प्रियंका भारती की पोस्ट बन गई है क्रांतिकारी आवाज
सोशल मीडिया X (पूर्व ट्विटर) पर वायरल हो रही प्रियंका की पोस्ट पर हजारों लोगों की प्रतिक्रिया आ चुका है.बहुत से यूज़र्स इसे.बिहार की नई आवाज बता रहे हैं.यह साफ संकेत है कि अब जनता के सब्र का बांध टूट रहा है.क्या यह 2025 के चुनाव में सत्ता पलट का संकेत है?
निष्कर्ष
प्रियंका भारती की एक पोस्ट ने बिहार की सोई हुई राजनीति में भूचाल ला दिया है. यह सिर्फ एक बयान नहीं है बल्कि एक चेतावनी है. अब जनता को न तो जुमले चाहिये न छलावे.अब उसे चाहिये विकास, हक और इज़्ज़त.

I am a blogger and social media influencer. I have about 5 years experience in digital media and news blogging.