चुनाव आयोग की प्रेसवार्ता पर राजद का हमला

| BY

Ajit Kumar

बिहार
चुनाव आयोग की प्रेसवार्ता पर राजद का हमला

बोले,निष्पक्षता की नहीं, पक्षपात की मिसाल बनी आयोग!

तीसरा पक्ष ब्यूरो पटना, 17 अगस्त :चुनाव आयोग की आज प्रेसवार्ता को लेकर राजनीतिक गलियारों में हंगामा मच गया है.राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने इस प्रेसवार्ता को, केवल बकवास बताते हुए तीखा हमला बोला है.पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता चित्तरंजन गगन ने आरोप लगाया है कि आयोग ने विपक्ष के सवालों का न तो सीधे उत्तर दिया और न ही जनता की शंकाओं का समाधान किया है. उन्होंने आगे कहा कि आयोग की भूमिका अब सवालों के घेरे में है.

विपक्ष के सवालों पर चुप्पी, भाजपा के तर्कों की पुनरावृत्ति!

राजद प्रवक्ता चित्तरंजन गगन का कहना है कि चुनाव आयोग की प्रेसवार्ता में उन ही पुराने तर्कों को दोहराया गया है, जो अब तक भाजपा और उसके सहयोगी दल देते रहे हैं. आयोग खुद को निष्पक्ष कहता है, लेकिन आज के प्रेसवार्ता ने यह साबित कर दिया है, कि वह भाजपा के एजेंडे पर काम कर रहा है. गगन ने या बात कहा. आगे उन्होंने आरोप लगाया कि आयोग ने विपक्ष द्वारा उठाए गए ज्वलंत मुद्दों पर या तो गोलमोल जवाब दिया या फिर चुप्पी साध लिया गया.

वोटर अधिकार यात्रा, के दिन ही प्रेसवार्ता: संयोग या साजिश?

राजद ने इस बात पर भी कड़ा सवाल उठाया है कि आयोग ने प्रेसवार्ता ठीक उसी दिन क्यों किया, जब INDIA गठबंधन ‘वोटर अधिकार यात्रा’ निकाल रहा था.तेजस्वी यादव, राहुल गांधी समेत गठबंधन के वरिष्ठ नेताओं के नेतृत्व में निकाली गई इस यात्रा का उद्देश्य था – आम मतदाता के अधिकारों के प्रति जनजागरूकता फैलाना. गगन ने कहा कि , एक तरफ़ हम लोकतंत्र को मजबूत करने के लिये यात्रा निकाल रहे हैं.और दूसरी ओर आयोग प्रेस के सामने भाजपा की भाषा बोल रहा है.

ये भी पढ़े :माउंटेन मैन को नमन: राजद कार्यालय में दशरथ मांझी को दी गई श्रद्धांजलि
ये भी पढ़े :वोट अधिकार यात्रा: लोकतंत्र को बचाने सड़क पर उतरे तेजस्वी यादव

संवैधानिक संस्था या राजनीतिक उपकरण? आयोग की भूमिका पर गहराया संकट

राजद का आरोप है कि प्रेसवार्ता के दौरान मुख्य चुनाव आयुक्त की भाषा, हावभाव और शब्दों का चयन यह दर्शा रहा था कि मंच पर कोई स्वतंत्र संस्था नहीं, बल्कि भाजपा का मीडिया सेल बैठा है. चित्तरंजन गगन ने तीखे शब्दों में कहा कि, संविधान की आड़ लेकर संविधान की मर्यादा का उल्लंघन किया गया है. आयोग को अपनी निष्पक्षता की रक्षा करना चाहिये था, लेकिन आज वह खुद कटघरे में खड़ा है.

विपक्षी गठबंधन ने खोला मोर्चा, जनता की निगाहें आयोग की अगली चाल पर

राजद ने साफ कर दिया है कि विपक्ष चुप बैठने वाला नहीं है. INDIA गठबंधन के नेता चुनाव आयोग की कार्यप्रणाली, निर्णय प्रक्रिया और निष्पक्षता को लेकर देशभर में सवाल उठाते रहेंगे.अब सबकी निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि आयोग इन गंभीर आरोपों पर क्या सफाई देता है और आने वाले चुनावों में अपनी निष्पक्षता कैसे साबित करता है.

निष्कर्ष

चुनाव आयोग, जो कि लोकतंत्र की नींव को सुरक्षित रखने वाली संस्था मानी जाती है.आज खुद ही सवालों के घेरे में आ गई है.विपक्ष ने जो आरोप लगाए हैं. वे केवल राजनीतिक नहीं बल्कि संवैधानिक चिंता का विषय भी हैं. क्या आयोग इन आरोपों से उबर पाएगा या लोकतंत्र की यह धुरी भी भरोसे की लड़ाई हार जाएगी — यह आने वाला वक्त तय करेगा.

Trending news

Leave a Comment