राजनाथ सिंह की हुंकार: बिहार को अब पिछड़ा नहीं, विकसित बनाना है

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kmSudha

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राजनाथ सिंह की हुंकार: बिहार को अब पिछड़ा नहीं, विकसित बनाना है

बिहार में भाजपा का नया संकल्प: विकास, विजन और विजय की तैयारी

तीसरा पक्ष ब्यूरो पटना, 2 जुलाई : बिहार की राजधानी पटना का ज्ञान भवन आज भारतीय जनता पार्टी की संकल्प भावना से गूंज उठा. भाजपा की प्रदेश कार्यसमिति की बैठक सिर्फ एक औपचारिक आयोजन नहीं, बल्कि आने वाले चुनावों से पहले एक रणनीतिक शक्ति-प्रदर्शन और विचारधारा के दृढ़ संकल्प का मंच बन गया.इस ऐतिहासिक बैठक में देश के रक्षा मंत्री और भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने न केवल पार्टी कार्यकर्ताओं में नई ऊर्जा का संचार किया, बल्कि विपक्ष पर भी तीखे प्रहार किए.

भाजपा ने जो कहा वह किया – राजनाथ सिंह

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अपने संबोधन की शुरुआत भाजपा की प्रतिबद्धता को दोहराते हुए की.उन्होंने कहा कि हमने जो कहा, वही किया और जो कहा नहीं, वह भी किया.उन्होंने कार्यकर्ताओं को याद दिलाया कि भाजपा की राजनीति सत्ता केंद्रित नहीं, बल्कि सेवा केंद्रित रही है.

राजनाथ सिंह ने बिहार के विकास की प्रशंसा करते हुए दावा किया कि एनडीए की सरकार ने राज्य में सकारात्मक परिवर्तन की नींव रखी है. बिहार आज बदला है.भ्रष्टाचार से मुक्त नेतृत्व और सुशासन इसकी पहचान बन चुका है.

राजद और कांग्रेस पर तीखा हमला

राजनाथ सिंह ने कांग्रेस और राजद को “सत्ता टिकाऊ दल” बताते हुए आरोप लगाया कि इन दलों का उद्देश्य केवल कुर्सी से चिपके रहना है, न कि समाज के अंतिम व्यक्ति के कल्याण के लिए काम करना.उन्होंने कहा कि जब विपक्ष नफरत की राजनीति करता है, हम सेवा और समर्पण की बात करते हैं. हम विभाजन नहीं, विकास की राजनीति करते हैं.

उन्होंने लालू यादव पर भी निशाना साधा और आरोप लगाया कि उन्होंने मुख्यमंत्री रहते हुए जननायक कर्पूरी ठाकुर की विचारधारा और विरासत को पूरी तरह हाशिए पर डाल दिया. इसके विपरीत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कर्पूरी जी की शिक्षाओं को 21वीं सदी की राजनीति का आदर्श बना दिया.

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भाजपा कार्यकर्ता: विचारधारा के योद्धा

रक्षा मंत्री ने कार्यकर्ताओं को साधारण कार्यकर्ता नहीं, बल्कि पार्टी की विचारधारा के योद्धा बताया उन्होंने कहा कि आप केवल सदस्य नहीं हैं, बल्कि स्वर्णिम बिहार के निर्माता हैं.भाजपा का संगठन एक ऐसा वृक्ष है जिसकी जड़ें आप जैसे समर्पित कार्यकर्ता मज़बूत करते हैं.

यह केवल बैठक नही संकल्प सभा है

कार्यसमिति को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा की यह आयोजन केवल एक संगठनात्मक बैठक नहीं, बल्कि हमारे संकल्प को सिद्ध करने का एक चरण है. भारत की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की यात्रा में बिहार का विकास अनिवार्य है और यह तब संभव होगा जब राज्य और केंद्र दोनों में एनडीए की सोच और कार्यशैली का समन्वय हो.

डॉ. दिलीप जायसवाल ने दिया विजय संकल्प का मंत्र

प्रदेश अध्यक्ष डॉ. दिलीप जायसवाल ने बैठक में जोश भरते हुए कहा की भाजपा के कार्यकर्ता राजनीति के साधक नहीं, विकसित बिहार के साधक हैं. हमारे लिए सत्ता नहीं, राष्ट्रधर्म प्राथमिकता है. उन्होंने मां जानकी की जन्मस्थली पुनौरा धाम में भव्य मंदिर निर्माण की घोषणा का भी उल्लेख किया, जिसे कार्यकर्ताओं ने भारी उत्साह से स्वीकारा.उन्होंने ऐलान किया की अब हम विजय का संकल्प लेकर जनता के बीच जाएंगे और उन्हें बताएंगे कि पिछले वर्षों में एनडीए ने क्या-क्या बदलाव किए हैं.

राजनीतिक प्रस्तावों की बौछार
इस कार्यसमिति की बैठक में तीन प्रमुख प्रस्ताव पारित किए गए:

  • राजनीतिक प्रस्ताव – उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी द्वारा प्रस्तुत किया गया.
  • विजय संकल्प प्रस्ताव – प्रदेश अध्यक्ष डॉ. दिलीप जायसवाल द्वारा पेश किया गया.
  • निंदा प्रस्ताव – मंत्री जनक राम ने विपक्ष के खिलाफ पेश किया.
  • बैठक में हाल ही में दिवंगत नेताओं को श्रद्धांजलि देने के लिए शोक प्रस्ताव भी पारित किया गया.

सत्र संचालन और संगठनात्मक शक्ति का प्रदर्शन
बैठक के विभिन्न सत्रों का संचालन महामंत्री राजेश वर्मा, लाजवंती झा और शिवेश राम ने किया। संगठनात्मक रूप से इसे एक सुव्यवस्थित, ऊर्जावान और प्रेरणादायक आयोजन बताया गया.

निष्कर्ष: एक राजनीतिक बैठक से कहीं अधिक

इस बैठक ने साफ कर दिया है कि भाजपा अब 2025 के चुनावी समर में विजय के लिए पूरी तरह तैयार है. पार्टी का नारा है – विकास और विश्वास की राजनीति से ही नया बिहार बनेगा. राजनाथ सिंह और भाजपा नेतृत्व ने यह भी स्पष्ट संकेत दे दिया है कि आने वाले समय में बिहार भाजपा का राजनीतिक रणभूमि में एक निर्णायक चेहरा बनकर उभरेगा.

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