चुनाव आयोग पर पक्षपात का आरोप, 17 अगस्त से वोट अधिकार यात्रा
तीसरा पक्ष ब्यूरो पटना, 13 अगस्त :बिहार की सियासत एक बार फिर गर्मा गई है। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव ने आज पटना स्थित अपने आवास, 01 पोलो रोड पर आयोजित संवाददाता सम्मेलन में केंद्र सरकार और चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप लगाये है. लोकतंत्र के मंदिर माने जाने वाले चुनावों पर गंभीर सवाल उठाते हुए नेता प्रतिपक्ष श्री तेजस्वी प्रसाद यादव ने सीधे तौर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और चुनाव आयोग पर निशाना साधा है.उनके अनुसार पूरे प्रदेश में मतदाताओं के अधिकारों पर डकैती किया जा रहा है. और यह सब सत्ता के संरक्षण में हो रहा है.तेजस्वी यादव का यह बयान न केवल बिहार बल्कि पूरे देश की लोकतांत्रिक व्यवस्था को लेकर एक बड़ा संकेत है कि लोकतंत्र की जड़ें किस कदर हिलाया जा रहा हैं.

आइए, आगे जानते हैं विस्तार से कि तेजस्वी यादव ने अपने संवाददाता सम्मेलन में क्या बड़े खुलासे किये,क्या सवाल उठाए और आने वाले दिनों में महागठबंधन की क्या रणनीति रहने वाला है.
चुनाव आयोग बना वोट चोरी का औजार
तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार में चुनाव आयोग की मिलीभगत से 65 लाख मतदाताओं के नाम मतदाता सूची से काटा जा चुका हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि जिनके पास दस्तावेजों की थोड़ी भी कमी है.उनके नाम भी सूची से हटाया जा रहा हैं.खासकर उन लोगों के जो रोजगार के लिए बाहर रहते हैं. उन्होंने इसे “वोट की डकैती” करार दिया है और कहा कि बिहार जैसे लोकतंत्र की जननी राज्य में आज लोकतंत्र को ही खत्म करने की साजिश रचा जा रहा है.
सुप्रीम कोर्ट में हुआ सच का खुलासा
तेजस्वी ने बताया कि एसआईआर के तहत मतदाता सूची में व्यापक गड़बड़ियां सामने आया हैं. सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई के दौरान कई ऐसे लोग है.जिनके नाम मृतकों की सूची में दर्ज था. खुद को जीवित प्रमाणित करने कोर्ट पहुंचे. इससे चुनाव आयोग की लापरवाही स्पष्ट हो गया है.
अब चुनाव आयोग भी बना बीजेपी का हिस्सा
तेजस्वी ने दावा किया कि पहले केंद्र सरकार सीबीआई, ईडी और आईटी का दुरुपयोग कर विपक्ष को दबाने की कोशिश करता था. लेकिन अब चुनाव आयोग को अपना प्रकोष्ठ बना लिया है.उन्होंने बिहार के डिप्टी सीएम विजय सिन्हा के दो EPIC कार्ड की बात करते हुए चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर सवाल उठाया. साथ ही मुजफ्फरपुर के मेयर और भाजपा नेत्री निर्मला देवी के नाम दो EPIC कार्ड और दो अलग-अलग उम्र के साथ दो वोट होने का दावा कर बड़ा खुलासा किया है.
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घर में घुसपैठिए कैसे आए, 11 साल से तो आपकी ही सरकार है?
गृहमंत्री अमित शाह द्वारा देश में घुसपैठियों की मौजूदगी पर दिये गये बयान पर पलटवार करते हुये तेजस्वी यादव ने कहा कि अगर घुसपैठिए देश में मौजूद हैं तो इसके लिए जिम्मेदार भाजपा सरकार है.जो पिछले 11 वर्षों से केंद्र में सत्ता में है. उन्होंने अमित शाह से सवाल किया कि जब चुनाव आयोग के हलफनामे में घुसपैठियों की बात ही नहीं है.तब इस तरह का गैर-जिम्मेदाराना बयान क्यों?
17 अगस्त से वोट अधिकार यात्रा की शुरुआत
तेजस्वी यादव ने घोषणा किया है कि 17 अगस्त से रोहतास जिले से वोट अधिकार यात्रा शुरू किया जायेगा.इस यात्रा में लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी समेत INDIA गठबंधन के सभी प्रमुख नेता शामिल होंगे.उन्होंने कहा कि लोकतंत्र की रक्षा के लिए आरजेडी और महागठबंधन अब आर-पार की लड़ाई लड़ने को तैयार हैं.
एक ही परिवार में दो वोट – चुनाव आयोग की भूमिका संदिग्ध
तेजस्वी यादव ने आरोप लगाया कि भाजपा नेताओं के परिवारों में एक ही विधानसभा में दो-दो EPIC कार्ड जारी किया गया है.उन्होंने उदाहरण दिया कि मेयर निर्मला देवी के दो देवर – मनोज कुमार और दिलीप कुमार – के भी दो-दो EPIC कार्ड हैं. यह दर्शाता है कि चुनाव आयोग बीजेपी समर्थकों को फर्जी तरीके से वोट देने का मौका दे रहा है. जबकि विपक्षी दलों के मतदाता सूची से नाम काटे जा रहा हैं.
जनता देगी जवाब
तेजस्वी ने कहा कि 2020 में सिर्फ 12,756 वोटों के अंतर से महागठबंधन को 15 सीटों पर हराया गया था. वह भी चुनावी धांधली के माध्यम से. उन्होंने विश्वास जताया कि इस बार बिहार की जनता भाजपा और उसकी सहयोगी ताकतों को करारा जवाब देगा .
सम्मेलन में मौजूद रहे आरजेडी के प्रमुख नेता
इस मौके पर राष्ट्रीय जनता दल के प्रदेश अध्यक्ष मंगनी लाल मंडल, अब्दुल बारी सिद्दीकी, डॉ. सुनील कुमार सिंह, आलोक मेहता, शिवचंद्र राम, रणविजय साहू, शक्ति सिंह यादव और एजाज अहमद जैसे वरिष्ठ नेता मौजूद रहे.

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