राजू सिंह के शराब परोसने के बयान पर RJD का तीखा पलटवार

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Ajit Kumar

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इस बयान पर क्या नीतीश सरकार सहमत है ?:एजाज अहमद

तीसरा पक्ष ब्यूरो:बिहार में शराबबंदी को लेकर पर्यटन मंत्री राजू सिंह के गुजरात मॉडल के तर्ज पर शराब परोसने की मांग पर राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के प्रवक्ता एजाज अहमद ने 25 मई को कड़ा एतराज जताया है. उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि कुछ लोग महात्मा गांधी के सिद्धांतों को कमजोर करने के लिए नाथूराम गोडसे की विचारधारा को बढ़ावा दे रहे हैं. एजाज ने आरोप लगाया कि राजू सिंह का यह बयान शराबबंदी अभियान को नाकाम करने की साजिश है और यह उनकी अपनी शपथ के खिलाफ जाकर उनकी सोच की पोल खोलता है. यह बिल्कुल गलत है.

शराबबंदी पर RJD का नीतीश सरकार से सवाल: राजू सिंह के बयान पर सहमति है?

JD प्रवक्ता एजाज अहमद ने जोर देकर कहा कि हर कोई जानता है कि 30 जनवरी 2016 को महागठबंधन सरकार ने बिहार में पूर्ण शराबबंदी लागू कर एक ऐतिहासिक कदम उठाया था.और इसके समर्थन में रिकॉर्ड तोड़ मानव श्रृंखला बना जिसमें लाखों लोग शामिल हुए और यह गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज हुआ.लेकिन दुख की बात है कि जिन लोगों ने उस वक्त शपथ लिया था कि न शराब पिएंगे और न पीने देंगे, वही लोग अब शराबबंदी को नाकाम करने में जुट हुये हैं. RJD ने नीतीश सरकार से सवाल किया कि आखिर उनके मंत्री राजू सिंह की ओर से दोहरे रवैये की बातें क्यों आ रही हैं? एजाज अहमद ने पूछा कि क्या बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी पर्यटन मंत्री राजू सिंह के उस बयान से सहमत हैं, जिसमें उन्होंने गुजरात की तर्ज पर शराबबंदी में ढील देने की बात कही थी? एजाज ने तंज कसते हुए कहा कि नीतीश सरकार के मंत्री के इस तरह के बयान दोहरी नीति को दर्शाते हैं, और यह जानना जरूरी है कि क्या नीतीश भी इस विचार का समर्थन करते हैं.

तेजस्वी के शराबबंदी मुहिम को कमजोर करने में जुटे BJP नेता: RJD

RJD प्रवक्ता एजाज अहमद ने कहा कि बिहार में शराबबंदी की शुरुआत नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव ने की थी. उन्होंने नारा दिया था, “हमें शराब नहीं, किताब चाहिए; मदिरालय नहीं, पुस्तकालय चाहिए.” तेजस्वी ने संकल्प लिया था कि उनकी सरकार बनते ही बिहार में शराबबंदी को पूरी तरह लागू किया जाएगा. RJD प्रवक्ता एजाज अहमद ने कहा कि 2005 से 2015 तक BJP और JDU की सरकार ने गाँव-गाँव, पंचायत-पंचायत में शराब की दुकानें खोलकर इसे आय का स्रोत बनाया था. लेकिन अब, जब महागठबंधन सरकार ने शराबबंदी जैसे ऐतिहासिक कदम को लागू किया, तो BJP नेता इसे नाकाम करने की कोशिश में लग गए हैं. जो साफ दिखाता है कि उन्हें शराबबंदी का अभियान हजम नहीं हो रहा.

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