वायरल पोस्ट के बाद ऐश्वर्या के एंट्री, सियासी भूचाल और सबसे बड़ा सवाल, कानूनी पक्ष क्या है?
तीसरा पक्ष डेस्क, पटना: तेजप्रताप यादव, बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे, एक बार फिर सुर्खियों में हैं. इस बार अनुष्का यादव के साथ उनके कथित 12 साल पुराने रिश्ते की खबर ने बिहार की सियासत में हलचल मचा दी है. इस प्रकरण ने न केवल उनकी निजी जिंदगी को चर्चा का विषय बना दिया है, बल्कि उनके कानूनी और राजनीतिक भविष्य पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं. खासकर, उनकी पहली पत्नी ऐश्वर्या राय के साथ चल रहे तलाक के मामले में यह नया मोड़ क्याअसर डालेगा, यह एक बड़ा सवाल है.
फॅमिली कोर्ट में वायरल पोस्ट के बाद आज पहली सुनवाई ?
29 मई 2025,गुरुवार को वायरल पोस्ट के बाद तेजप्रताप यादव और उनकी पत्नी ऐश्वर्या राय के तलाक के मामले की पहली सुनवाई पटना सिविल कोर्ट स्थित फैमिली कोर्ट में हुई. आज की सुनवाई के दौरान कोर्ट में तेजप्रताप और ऐश्वर्या दोनों की ओर से वकील उपस्थित हुए. इस हाई प्रोफाइल केस की सुनवाई को लेकर लोगों की निगाहें कोर्ट पर टिकी थीं. आज कोर्ट ने दोनों पक्षों की बातों को सुनने के बाद अगली सुनवाई की तारीख 21 जून की तय कर दी है.
अनुष्का यादव प्रकरण: क्या है पूरा मामला?

हाल ही में तेजप्रताप यादव ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट साझा की, जिसमें उन्होंने अनुष्का यादव के साथ अपनी तस्वीर पोस्ट करते हुए दावा किया कि वह पिछले 12 साल से उनके साथ रिलेशनशिप में हैं. इस पोस्ट के वायरल होते ही बिहार की राजनीति और लालू परिवार में भूचाल ला दिया. हलाकि,पोस्ट के वायरल होने के बाद इसे तेजप्रताप के अकाउंट से डिलीट भी कर दिया गया, लेकिन तब तक यह सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बन चुका था. उसके बाद अनुष्का यादव के भाई आकाश यादव ने भी मीडिया के सामने आकर इस मामले में खुलकर अपनी बहन का समर्थन किया और लालू परिवार को चेतावनी दी, जिससे मामला और तूल पकड़ लिया.
लालू प्रसाद यादव, जो राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के सुप्रीमो के साथ ही तेजप्रताप के पिता भी हैं , ने इस पोस्ट के बाद तेजप्रताप को पार्टी और परिवार दोनों से 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया. इसके साथ ही, तेजप्रताप की निजी जिंदगी और उनके पूर्व पत्नी ऐश्वर्या राय के साथ चल रहे तलाक के मामले ने भी नया रंग ले लिया.
तेजप्रताप और ऐश्वर्या राय: तलाक का मामला

तेजप्रताप यादव की शादी 2018 में बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री दरोगा प्रसाद राय की पोती ऐश्वर्या राय के साथ हुई थी। यह शादी बिहार की सियासत में खूब चर्चा का विषय बनी थी, लेकिन कुछ ही महीनों बाद दोनों के रिश्ते में दरार आनी शुरू हो गई. ऐश्वर्या ने तेजप्रताप और लालू परिवार पर घरेलू उत्पीड़न के गंभीर आरोप लगाए और ससुराल छोड़ दिया. यह मामला अभी भी कोर्ट में लंबित है. ऐश्वर्या ने आरोप लगाया था कि तेजप्रताप ने उनके साथ मारपीट की और मानसिक रूप से प्रताड़ित किया. दूसरी ओर, तेजप्रताप ने तलाक की अर्जी दाखिल की, जिस पर सुनवाई अभी जारी है.
अनुष्का यादव के साथ तेजप्रताप की तस्वीर और उनके रिलेशनशिप के दावे ने इस तलाक के मामले को और भी जटिल कर दिया है. कुछ कानूनी विशेषज्ञों का मानना है कि अगर तेजप्रताप का अनुष्का के साथ रिश्ता उनकी शादी के दौरान भी था, तो यह हिंदू विवाह अधिनियम के तहत व्यभिचार (Adultery) के आधार पर ऐश्वर्या के पक्ष को मजबूत कर सकता है.
कानूनी पक्ष: तेजप्रताप की स्थिति कितनी कमजोर?
सोशल मीडिया पर तेजप्रताप की वायरल पोस्ट ने उनके खिलाफ कानूनी चुनौतियों को बढ़ा दिया है. कानूनी नजरिये से देखा जाय तो तेजप्रताप के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 82 के तहत मामला दर्ज हो सकता है. इस धारा के तहत, बिना तलाक लिए या बिना बताये दूसरी शादी करने या ऐसी स्थिति पैदा करने पर 7 साल से लेकर 10 साल तक की सजा के साथ साथ जुर्माने का भी प्रावधान है. यदि यह साबित हो जाता है कि तेजप्रताप का अनुष्का के साथ रिश्ता उनकी शादी के दौरान या पहले से था और यह रिश्ता विवाह के समान था, तो यह उनके लिए कानूनी रूप से मुश्किलें खड़ी कर सकती है.
हालांकि, तेजप्रताप के पास यह दावा करने का मौका है कि उनका अकाउंट हैक हुआ था, और पोस्ट उनके द्वारा नहीं डाली गई. लेकिन यह दावा कमजोर पड़ता है, क्योंकि अनुष्का के भाई आकाश यादव ने भी इस रिश्ते का समर्थन करते दिखाई दिए.
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ऐश्वर्या राय के पक्ष को मिल सकती है मजबूती
ऐश्वर्या राय के तलाक के मामले में यह नया प्रकरण उनके लिए फायदेमंद साबित हो सकता है. अगर कोर्ट में यह साबित हो जाता है कि तेजप्रताप का अनुष्का के साथ रिश्ता उनकी शादी के दौरान था, तो यह ऐश्वर्या के घरेलू उत्पीड़न और तलाक के दावों को मजबूती प्रदान कर सकता है. इसके अलावा, तेजप्रताप की सोशल मीडिया पर की गई हरकतें और उनके बयानों ने उनकी सार्वजनिक छवि को भी नुकसान पहुंचाया है, जिसका असर कोर्ट में उनकी विश्वसनीयता पर पड़ सकता है.
तेजप्रताप पहले भी अपनी हरकतों के कारण विवादों में रहे हैं। होली के दौरान एक पुलिसकर्मी को ठुमके लगाने की धमकी देने और बिना हेलमेट स्कूटी चलाने जैसे मामलों ने उनकी छवि को पहले ही नुकसान पहुंचाया था। अब अनुष्का प्रकरण ने उनकी विश्वसनीयता पर और सवाल उठाए हैं.
लालू परिवार और RJD की सियासी मुश्किलें
यह प्रकरण केवल तेजप्रताप की निजी जिंदगी तक ही सीमित नहीं है. प्रकरण के बाद लालू प्रसाद यादव और उनके छोटे बेटे तेजस्वी यादव ने इस मामले में सख्त रुख अपनाया है. लालू ने तेजप्रताप को पार्टी से निष्कासित कर दिया, जो यह दर्शाता है कि परिवार और पार्टी इस मामले को लेकर कितनी गंभीर है. लेकिन इस निष्कासन ने RJD के भीतर भी सवाल खड़े किए हैं. कुछ कार्यकर्ताओं का मानना है कि यह कदम तेजप्रताप को और बागी बना सकता है, जिससे पार्टी की एकता पर असर पड़ सकता है.
निष्कर्ष
तेजप्रताप यादव का अनुष्का यादव के साथ वायरल पोस्ट ने उनके कानूनी पक्ष को निश्चित रूप से कमजोर किया है. ऐश्वर्या राय के साथ चल रहे तलाक के मामले में यह प्रकरण उनके खिलाफ एक मजबूत आधार बन सकता है. साथ ही, BNS की धारा 82 के तहत उनके खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज होने की संभावना ने उनकी मुश्किलें और बढ़ा दी हैं. बिहार की राजनीति में यह प्रकरण लंबे समय तक चर्चा का विषय बना रहेगा.

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