धोबी समाज का पटना में महाधरना और मौन जुलूस का ऐलान

| BY

Ajit Kumar

बिहार की ख़बरें
धोबी समाज का पटना में महाधरना और मौन जुलूस का ऐलान

गर्दनिबाग धरनास्थल बनेगा न्याय की पुकार का केंद्र, 14 जून को जुटेगा बिहार भर का धोबी समाज

तीसरा पक्ष ब्यूरो,पटना: बिहार में दबंग जातियों और आपराधिक तत्वों द्वारा धोबी समाज के लोगों की हो रही सिलसिलेवार हत्याओं के विरोध में अखिल भारतीय धोबी महासंघ, बिहार एवं संत गाडगे संस्थान, बिहार के संयुक्त तत्वावधान में दिनांक 14 जून 2025 को पटना के गर्दनीबाग धरना स्थल पर एक महा धरना और काली पट्टी बांधकर मौन जुलूस का आयोजन किया गया है.

इस विरोध प्रदर्शन का उद्देश्य शासन-प्रशासन और राज्य सरकार का ध्यान धोबी समाज पर हो रहे अत्याचारों और हत्याओं की ओर आकर्षित करना है. कार्यक्रम को लेकर महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष प्रह्लाद कुमार, महासचिव देवेंद्र रजक और कोषाध्यक्ष सुरेश कुमार ने संयुक्त रूप से अपील जारी करते हुए कहा कि—“यह समय चुप बैठने का नहीं है. हमें अपने समाज पर हो रहे अन्याय के खिलाफ संगठित होकर आवाज़ उठानी होगी.”

ये भी पढ़ें:बिहार में दलित राजनीति पर परिवारवाद का साया, अम्बेडकरवाद की अनदेखी पर चिंता

जिलाध्यक्षों से FIR की प्रति माँगी गई

धोबी समाज का पटना में महाधरना और मौन जुलूस का ऐलान

धोबी महासंघ के पदाधिकारियों ने सभी जिला अध्यक्षों और जिला सचिवों से अपील की है कि जिन जिलों में धोबी समाज के लोगों की हत्या हुई है, वहां की FIR (प्राथमिकी) की प्रति जल्द से जल्द वाट्सएप के माध्यम से भेजी जाए. इन मामलों की सूची तैयार कर उसे मांगपत्र के साथ सरकार को सौंपा जाएगा, जिससे हत्याओं के मामलों को रेखांकित किया जा सके.

ये भी पढ़ें:मुजफ्फरपुर रेप पीड़िता की PMCH में मौत: लापरवाही या सिस्टम की नाकामी?

इस महा धरना एवं मौन जुलूस के माध्यम से धोबी समाज यह मांग करेगा कि:

  • हत्याओं की निष्पक्ष और त्वरित जांच हो.
  • दोषियों को शीघ्र गिरफ्तार कर सजा दी जाए.
  • पीड़ित परिवारों को मुआवजा और सुरक्षा दी जाए.
  • धोबी समाज की सुरक्षा के लिए विशेष निगरानी तंत्र बनाया जाए.
ये भी पढ़ें:बिहार में शासन और स्वास्थ्य व्यवस्था की नाकामी: 10 साल की दलित बच्ची की मौत का जिम्मेदार कौन?
अखिल भारतीय धोबी महासंघ का आह्वाहन

हमारा आह्वान है – सभी जिलों से साथी अधिक से अधिक संख्या में आकर इस निर्णायक आंदोलन को सफल बनाएं और समाज की एकजुटता और अस्तित्व को मज़बूती प्रदान करें, ताकि इस शांतिपूर्ण और सशक्त विरोध के माध्यम से आयोजकों की कोशिश है कि सरकार दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करे, पीड़ित परिवारों को न्याय मिले और धोबी समाज के आत्मसम्मान और सुरक्षा की गारंटी दी जाए.

जय गाडगे! जय भीम!

प्रह्लाद कुमार
प्रदेश अध्यक्ष
देवेंद्र रजक
प्रदेश महासचिव


Leave a Comment