सत्यपाल मलिक का दर्दनाक खुलासा: “एक कमरे में रह रहा, कर्ज में डूबा हूं”

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kmSudha

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सत्यपाल मलिक का दर्दनाक खुलासा: "एक कमरे में रह रहा, कर्ज में डूबा हूं"

पुलवामा,किसान आंदोलन और रिश्वत की पेशकश – सत्यपाल मलिक ने ICU से खोले कई राज

तीसरा पक्ष डेस्क,नई दिल्ली, 7 जून 2025: देश में जम्मू काश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने अस्पताल के ICU से एक भावुक संदेश जारी कर सरकार और सरकारी एजेंसियों पर गंभीर आरोप लगाए हैं. गंभीर किडनी समस्या से जूझ रहे मलिक ने बताया कि वे बीते एक महीने से अस्पताल में भर्ती हैं और हालत लगातार बिगड़ती जा रही है.

मलिक ने सोशल मीडिया X पर पोस्ट में लिखा, “मैं ICU में हूं, हालत नाज़ुक है, लेकिन देशवासियों को सच्चाई बताना चाहता हूं – जब मैं राज्यपाल था, मुझे 150-150 करोड़ की रिश्वत की पेशकश हुई, लेकिन मैंने अपने राजनीतिक गुरु चौधरी चरण सिंह की तरह ईमानदारी से काम किया.”

किसान आंदोलन और महिला पहलवानों के समर्थन में डटे रहे

किसान आंदोलन और महिला पहलवानों के समर्थन में डटे रहे
Image from X

अपने कार्यकाल के दौरान किसान आंदोलन और महिला पहलवानों के संघर्ष का समर्थन करने की बात करते हुए मलिक ने कहा कि उन्होंने पद पर रहते हुए किसी भी राजनीतिक दबाव या लोभ की परवाह किए बिना किसानों और बेटियों की आवाज़ बुलंद की. जंतर-मंतर से इंडिया गेट तक महिला पहलवानों के संघर्ष में साथ देने की बात भी उन्होंने दोहराई.

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पुलवामा हमले पर भी उठाए सवाल

मलिक ने पुलवामा हमले की जांच को लेकर भी सरकार पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि उन्होंने हमले के बाद जांच की मांग की थी, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है.

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खुद कैंसिल किया था टेंडर, फिर भी फंसाने की कोशिश

सरकारी एजेंसियों द्वारा फंसाए जाने की आशंका जताते हुए मलिक ने कहा, “CBI की चार्जशीट में मुझे फंसाने की कोशिश की जा रही है, जबकि जिस टेंडर को लेकर मामला बनाया जा रहा है, उसे मैंने खुद निरस्त किया था और प्रधानमंत्री को इसकी जानकारी दी थी.”

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“किसान का बेटा हूं, ना डरूंगा ना झुकूंगा”

सरकार द्वारा बदनाम किए जाने की बात करते हुए मलिक ने लिखा कि वह किसान परिवार से हैं, न डरते हैं और न ही झुकेंगे. उन्होंने सरकार और एजेंसियों से मांग की कि यदि उनके खिलाफ जांच होती है, तो उसकी सच्चाई जनता को जरूर बताई जाए.

अब भी एक कमरे के मकान में, कर्ज़ में हूं

अपनी आर्थिक स्थिति का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, “पचास साल से अधिक के सार्वजनिक जीवन और ऊंचे पदों पर रहने के बावजूद मैं आज एक कमरे के मकान में रहता हूं और कर्ज़ में हूं. अगर पैसे होते तो आज प्राइवेट अस्पताल में इलाज करवा रहा होता.”

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