उत्तर प्रदेश में बिजली-पानी संकट पर सियासी संग्राम!

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Ajit Kumar

भारत
उत्तर प्रदेश में बिजली-पानी संकट पर सियासी संग्राम!

सपा का हमला:अंधकार और भ्रष्टाचार की राह पर है प्रदेश

तीसरा पक्ष डेस्क,लखनऊ,7 जून 2025: उत्तर प्रदेश इस समय गंभीर बिजली और पानी की समस्या से गुजर रहा है, जिससे आम जनता की दिनचर्या बुरी तरह प्रभावित हो रहा है.हालात इतना बिगड़ गया हैं कि सियासत में भी गर्मी आ गई है, और राजनीतिक दल एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाने में जुटे हैं. बिजली और पानी के इस अभूतपूर्व संकट ने सरकार की व्यवस्थाओं पर भी सवाल खड़ा कर दिया हैं. समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शनिवार को भाजपा सरकार पर जोरदार हमला बोलते हुए कहा कि “प्रदेश में भाजपा की विफल नीतियों के कारण जनता अंधकार और भ्रष्टाचार के साए में जीने को मजबूर है.

वाराणसी से बांदा तक बिजली संकट, 550 मेगावाट की कमी

सपा प्रमुख ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी का हवाला देते हुए कहा कि वहां 21 मिनट में चार बार बिजली गुल होने जैसी घटनाएं हो रही हैं. वहीं बांदा जैसे जिलों में 8-8 घंटे की बिजली कटौती हो रही है.अखिलेश यादव ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार ने एक भी नया पावर प्लांट शुरू नहीं किया, और समाजवादी सरकार के कार्यकाल में बने संयंत्रों के सहारे ही काम चलाया जा रहा है.

‘हर घर नल’ योजना बनी मजाक, जल जीवन मिशन अधूरा

सपा अध्यक्ष ने जल जीवन मिशन पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि भाजपा की ‘हर घर नल’ योजना सिर्फ कागजों तक सीमित रह गई है. उन्होंने कहा कि कई इलाकों में सालभर पहले बिछाई गई पाइपलाइनों से आज तक एक बूंद पानी नहीं निकला. उनका आरोप है कि मिशन के नाम पर केवल सड़कें खोदकर खानापूर्ति की जा रही है.

युवाओं, किसानों और महिलाओं की उपेक्षा

अखिलेश यादव ने बेरोजगारी और महंगाई को लेकर भी सरकार को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने लैपटॉप वितरण, कन्या विद्याधन और किसानों के लिए बिजली सब्सिडी जैसी योजनाएं बंद कर दिया हैं. किसानों को सिंचाई के लिए बिजली और पानी दोनों के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है.

2027 की तैयारी: ‘पीडीए पंचायत’ और बदलाव का संकल्प

समाजवादी पार्टी ने भाजपा के खिलाफ जनजागरण अभियान शुरू कर दिया है. पार्टी ने ‘पीडीए पंचायत’ (पिछड़े, दलित, अल्पसंख्यक) नाम से बूथ स्तर पर अभियान की शुरुआत किया है. सपा का कहना है कि 2027 में वह जनता के आशीर्वाद से सरकार बनायेगे और अखिलेश यादव फिर से मुख्यमंत्री बनेंगे.

निष्कर्ष:

सपा का आरोप है कि भाजपा सरकार ने उत्तर प्रदेश को विकास के मार्ग से हटाकर बिजली-पानी के संकट, भ्रष्टाचार और बेरोजगारी की दलदल में धकेल दिया है.पार्टी ने घोषणा की है कि वह इन मुद्दों को लेकर 2027 के चुनाव को एक जनआंदोलन में बदलेगी, ताकि प्रदेश को फिर से विकास के पथ पर लाया जा सके.

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