बंगाल वालों, BJP से सतर्क रहें – अखिलेश यादव की चेतावनी

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Ajit Kumar

भारत
बंगाल वालों, BJP से सतर्क रहें - अखिलेश यादव की चेतावनी

यूपी में बिगड़ती कानून व्यवस्था पर उठाए सवाल

तीसरा पक्ष ब्यूरो लखनऊ , 27 जून: राजनीतिक बयानबाज़ियों के बीच उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने एक बार फिर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पर तीखा हमला बोला है. इस बार उन्होंने बंगाल की जनता को सीधे तौर पर आगाह करते हुए कहा कि उन्हें बीजेपी से सतर्क रहना चाहिए.

एक्स (पूर्व ट्विटर) पर पोस्ट किए गए अपने संदेश में अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश में बढ़ते अपराध और महिलाओं की सुरक्षा पर गहरी चिंता जताई.उन्होंने लिखा:

“बंगाल के लोगों से कहना चाहता हूं कि बीजेपी से सावधान रहें. यूपी में तो रोज़ाना बलात्कार हो रहे हैं. महिलाओं के साथ छेड़छाड़ के मामलों में प्रदेश सबसे आगे है. सरकार को कानून-व्यवस्था की कोई परवाह नहीं है, बाकी सब चीजों में व्यस्त है.

यूपी में बढ़ते अपराध: अखिलेश ने फिर उठाया मुद्दा

यह पहली बार नहीं है जब अखिलेश यादव ने यूपी की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं. लेकिन इस बार उनका संदेश सिर्फ उत्तर प्रदेश तक सीमित नहीं रहा, बल्कि उन्होंने पश्चिम बंगाल के नागरिकों को भी चेतावनी दी कि वे बीजेपी के प्रचार से प्रभावित न हों.

अखिलेश ने इशारा किया कि जिस प्रकार उत्तर प्रदेश में बीजेपी शासन के दौरान महिला सुरक्षा की हालत बिगड़ी है, उसी तरह की स्थिति बंगाल में भी हो सकती है, अगर वहां जनता ने सतर्कता नहीं बरती तो

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महिला सुरक्षा बना विपक्ष का हथियार

साल 2024 के आम चुनावों के बाद विपक्षी दलों ने बीजेपी के खिलाफ महिला सुरक्षा और कानून व्यवस्था जैसे मुद्दों को प्राथमिकता देना शुरू कर दिया है.समाजवादी पार्टी भी इसी रणनीति पर चल रही है.

अखिलेश यादव का यह बयान न सिर्फ एक राजनीतिक आलोचना है, बल्कि एक व्यापक सामाजिक चिंता को भी सामने लाता है — महिलाओं की सुरक्षा और नागरिकों की सुरक्षा के प्रति सरकार की जवाबदेही.

बंगाल में क्यों दी गई यह चेतावनी?

हाल ही में बीजेपी ने बंगाल में अपनी राजनीतिक सक्रियता बढ़ाई है. ऐसे में अखिलेश यादव का बयान स्पष्ट रूप से एक चेतावनी है कि उत्तर प्रदेश जैसी स्थिति अन्य राज्यों में भी दोहराई जा सकती है अगर लोगों ने “सत्ता की सच्चाई” को नहीं पहचाना.

निष्कर्ष:

अखिलेश यादव का बयान एक बार फिर यह दर्शाता है कि 2025 की राजनीति में महिला सुरक्षा और कानून व्यवस्था जैसे मुद्दे कितने अहम हो गए हैं. बीजेपी की नीतियों की आलोचना करते हुए उन्होंने बंगाल के मतदाताओं को सोच-समझकर निर्णय लेने की सलाह दी है. अब देखना यह है कि उनका यह संदेश जनता पर कितना असर डालता है.

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