कहा,दिव्यांगों के अधिकारों को मिलेगा नया पंख
तीसरा पक्ष ब्यूरो पटना, 2 जुलाई :बिहार की राजधानी पटना स्थित बापू सभागार में आज दिव्यांग जनों की आवाज़ को बुलंदी देने वाला एक ऐतिहासिक सम्मेलन आयोजित हुआ.एसोसिएशन ऑफ पर्सन्स विथ डिसएबिलिटीज’ के तत्वावधान में आयोजित इस राज्यव्यापी दिव्यांग अधिकार सम्मेलन की अध्यक्षता संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष और कवि प्रवीण कुमार मिश्रा ने की. कार्यक्रम का संचालन हृदेश यादव ने किया.

तेजस्वी यादव का बड़ा ऐलान: दिव्यांगों को मिलेगा समर्पित मंत्रालय और आयोग
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव ने इस अवसर पर दिव्यांग समुदाय को लेकर अपनी पार्टी की भावी योजनाओं का एक स्पष्ट और समावेशी रोडमैप प्रस्तुत किया. उन्होंने वादा किया कि महागठबंधन की सरकार बनते ही बिहार में दिव्यांग मंत्रालय और दिव्यांग आयोग की स्थापना की जाएगी. पंचायत स्तर तक दिव्यांग मित्रों की नियुक्ति, विशेष विद्यालयों की स्थापना, पेंशन में वृद्धि और आरक्षण की व्यवस्था जैसे 15 सूत्रीय कार्यों को प्राथमिकता दी जाएगी.तेजस्वी यादव ने कहा:हमारा उद्देश्य दिव्यांगों को सशक्त बनाना है, न कि उन्हें सहानुभूति की नजर से देखना.तकनीक, शिक्षा, रोजगार और स्वास्थ्य – हर क्षेत्र में दिव्यांग जनों को बराबरी का अधिकार मिलेगा.

15 सूत्रीय एजेंडा की मुख्य बातें
- दिव्यांग मंत्रालय और आयोग की स्थापना
- पंचायती राज और निकाय चुनावों में दिव्यांगों को आरक्षण
- राज्य सलाहकार समिति का गठन
- बैकलॉग रिक्तियों की भरपाई सरकार बनने के 100 दिनों में
- हर पंचायत में दिव्यांग मित्रों की नियुक्ति
- आवास योजना में 5% आरक्षण
- सामाजिक सुरक्षा पेंशन को बढ़ाकर 1500 रुपये प्रतिमाह, हर साल ₹200 की वृद्धि
- ‘माई बहिन मान योजना’ के तहत ₹2500 प्रतिमाह
- प्रत्येक जिले में विशेष विद्यालय
- दिव्यांग प्रमाण पत्र की प्रक्रिया को सरल और सुलभ बनाना
- सरकारी अस्पतालों में दिव्यांगों के लिए आरक्षित बेड और विशेष इलाज की सुविधा
- खेलों के लिए अलग स्टेडियम और प्रशिक्षक
- दृष्टिबाधितों को स्मार्टफोन और सहायक उपकरण
- तकनीकी सशक्तिकरण को प्राथमिकता
- दिव्यांग मंत्रालय के लिए अलग बजट का प्रावधान
हम किसी से कम नहीं हैं – प्रवीण मिश्रा कवि
कार्यक्रम में हजारों दिव्यांग जन बैसाखी, ट्राइसाइकिल और अन्य सहायक साधनों के साथ पहुंचे. सम्मेलन के आयोजक प्रवीण कुमार मिश्रा ‘कवि’ ने अपने भावनात्मक संबोधन में सरकार पर निशाना साधते हुए कहा:

“हमारे हाथ-पांव में ताकत नहीं, लेकिन हमारी हिम्मत और आत्मबल किसी से कम नहीं. बिहार की मौजूदा सरकार ने दिव्यांगों के हक को कमजोर किया है.
अब समय है कि हम अपने अधिकार के लिए खड़े हों.
उन्होंने तेजस्वी यादव का स्वागत एक विशेष कविता के माध्यम से किया और उन्हें दिव्यांगों की उम्मीद बताया.
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महागठबंधन बनाम मौजूदा सरकार
तेजस्वी यादव ने कहा कि 20 सालों से बिहार की सरकार ने दिव्यांग जनों के मुद्दों को दरकिनार किया है. उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने केवल तेजस्वी की घोषणाओं के दबाव में पेंशन बढ़ाई. उन्होंने याद दिलाया कि लालू प्रसाद यादव ने सामाजिक न्याय के नाम पर गरीबों, दलितों और वंचितों को सत्ता में भागीदारी दिलाई थी, और वही रास्ता अब वे दिव्यांगों के लिए खोलना चाहते हैं.
तेजस्वी यादव ने कहा:
“मैं आपके हक और अधिकार की लड़ाई लड़ने आया हूं. आप मुझे अपना दर्द दीजिए, मैं आपको अपना सुख दूंगा”

हजारों की भागीदारी, स्पष्ट संदेश
सम्मेलन में RJD के वरिष्ठ नेता अब्दुलबारी सिद्दिकी, जयप्रकाश नारायण यादव, संजय यादव, समीर महासेठ, कारी मोहम्मद सोहैब सहित कई जनप्रतिनिधि शामिल हुए. भारी संख्या में उपस्थित दिव्यांग जनों की भागीदारी ने इस बात को प्रमाणित किया कि उनकी आवाज अब संगठित है और बदलाव की ओर अग्रसर है.
निष्कर्ष:
यह सम्मेलन केवल एक राजनीतिक घोषणा मंच नहीं था, बल्कि यह दिव्यांगों के सशक्तिकरण की एक नई शुरूआत थी. जब नेता जनता से यह कहते हैं कि “हम आपके लिए सरकार नहीं, सहारा बनना चाहते हैं” तब उम्मीद की किरणें हकीकत में बदल सकती हैं.
दिव्यांग जनों की आवाज़ को बुलंदी देती हुई एक ऐतिहासिक पहल, जहां नारा था – हम किसी से कम नहीं!

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